नई दिल्ली: हाल ही में हरियाणा के नुह मेवात और गुरुग्राम में दो समुदायों के बीच काफी हिंसा देखने को मिली. इस हिंसा में 7 लोगों की मौत और 200 से ज़्यादा लोग ज़ख़्मी हो गये हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से ये दावा किया जा रहा है की, गल्फ बेस्ड मीडिया कंपनी अल जज़ीरा गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर को कॉल करके हिन्दुओं के ख़िलाफ़ कार्यवाई का दबाव बना रही है। और आगे यह भी दावा किया जा रहा है की, डेप्युटी कमिश्नर दबाव में आने के बाद कई हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं को उठा रही हैं।
ट्विटर ब्लू यूज़र सुदर्शन न्यूज़ के रेजिडेंट हेड मुकेश आनंद (बायो के मुताबिक़) ने यह दावा करते हुए ट्वीट किया।
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एक और अन्य ट्विटर यूज़र ने भी यही दावा करते हुए एक इन्फोग्रफिक डाला, जिसमें लिखा हुआ है। ‘नूंह हिंसा मामले में Qatar के न्यूज़ चैनल Al Jazeera से गुड़गांव की पुलिस कमिश्नर को फोन किया जा रहा है। हिंदूओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव बनाया जा रहा है। अल जज़ीरा एक इस्लामी कट्टरपन्थी न्यूज़ चैनल है। जिसे इसराइल जैसे कई इस्लामिक देशों ने बैन कर रखा है।’
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Fact Check/Verification
दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमारी टीम ने दावे सम्बंधित कुछ कीवर्ड्स सर्च इंजन की मदद से सर्च किये तो हमें इस तरह की कोई रिपोर्ट नहीं मिली जिससे ये साबित हो सके की अल जज़ीरा मीडिया कंपनी ने गुरुग्राम कमिश्नर को कॉल करके हिन्दुओं को गिरफ्तार करने के लिए कोई दबाव बनाया है।
उसके बाद हमारी टीम ने डेप्युटी कमिश्नर गुरुग्राम का ट्विटर हैंडल खंगाला तो हमें पुलिस द्वारा उन दावों का खंडन मिला। जिसमें पुलिस ने कहा की पुलिस पूरी तरह से निष्पक्ष होकर कार्यवाई कर रही है।
पुलिस द्वारा किसी भी समुदाय/व्यक्ति विशेष के साथ कोई पक्षपात नही किया जा रहा। गुरुग्राम पुलिस कानून में दिए गए प्रावधानों के अनुसार निष्पक्षतापूर्वक कार्यवाही कर रही है।
निष्कर्ष
अतः हमारी इस पड़ताल से यह स्पष्ट हो जाता है की सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा किया जा रहा दावा पूरी तरह फ़र्ज़ी है।
Claimed By | Mukesh Kumar |
Claimed Reviewed By | The Searchlight |
Claim Source | |
Claim Fact Check | False |