नई दिल्ली: हाल ही में एक सीसीटीवी विडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें देखा जा सकता है की एक टोपी वाला बुज़ुर्ग व्यक्ति अचानक से एक लोहे की रोड से दुसरे व्यक्ति पर हमला कर देता है. सोशल मीडिया उपयोगकर्ता विडियो को शेयर करके यह दावा कर रहे हैं की एक मुसलमान व्यक्ति ने हिन्दू व्यक्ति के सर पर हमला करके उसको मौत के घाट उतार दिया.
सोशल मीडिया यूजर मुन्ना यादव विडियो डालकर लिखते हैं “इस तरह से जेहादियों द्वारा हिन्दुओं को मार कर एक्सीडेंट (Accident) का रूप दे दिया जाता है केरला मे…अगर CCTV ना होता तो इसके खिलाफ सबूत भी नहीं होता…सावधान रहें ⚠ सतर्क रहें”
(आर्काइव)
इसी तरह के दावों के साथ कुछ और अन्य यूज़र्स ने यह विडियो शेयर किया है जिनको आप यहाँ, यहाँ और यहाँ क्लिक करके पढ़ सकते हैं.
Fact Check/Verification
दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमने अपने कुछ टूल्स की मदद से विडियो को कीफ्रेम्स में बदलकर सर्च किया तो हमें Accident prevention 1st नामक फेसबुक पेज पर साल 2021 में अपलोड की हुयी यह विडियो मिली. जिस पर कैप्शन लिखा था “අයියෝ නානා මොකද්ද ඒ කළේ.. ?? ” පහර පිට පහර.. පව් අසරණයා..
කිසිම දෙයක් දන්නෙ නෑ.. කව්ද ඉතිං හිතන්නෙ.. මේවගේ වෙලාවක මෙහෙම වෙයි කියලා….
සමහර විටෙක පහරදුන් තැනැත්තා මානසික ආබාධයකින් පෙලෙන්නෙකු විය හැකියි….
#Location – ( මහනුවර ) ගලහා ප්රදේශය
රූපරාමු ලබාදුන් සොයුරාට අපගේ ස්තූතිය ! #AccidentPrevention1st” (हिंदी अनुवाद: ओह नाना उसने क्या किया.. ?? ” हड़ताल पर हड़ताल.. बेचारा आदमी..बस कुछ भी नहीं पता.. तो कौन सोचेगा.. आशा है कि ऐसा समय में होगा….कभी-कभी हमलावर एक मानसिक विकार होता है….#स्थान – (कैंडी) गलाहा क्षेत्र जिस भाई ने सुन्दरता दी उसको हमारा धन्यवाद ! #AccidentPrevention1st”
यहाँ से यह तो स्पष्ट हो गया है की यह विडियो 2 साल पुराना है और श्रीलंका है न की भारत का. आगे सर्च करने पर हमें एक और रिपोर्ट मिली जिसमें बताया गया की श्रीलंका के मध्य प्रांत में गमपोला जिला पुलिस स्टेशन की सीमाओं के भीतर, गलहा पुलिस स्टेशन – कार्यवाहक ओआईसी – श्री रोड्रिगो से स्पष्टीकरण मांगा गया तो उन्होंने कहा, ‘यह मामला हमारे पुलिस अधिकार क्षेत्र में हुआ है। इसके पीछे कोई धार्मिक कारण नहीं है। खास मुस्लिम व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है। वह अचानक इस तरह के हमले में शामिल है। उसे तुरंत गिरफ्तार कर पुलिस हिरासत में ले लिया गया। फिलहाल, घायल व्यक्ति का इलाज अस्पताल में चल रहा है, ” उन्होंने कहा।
इसके अलावा कुछ लोगों ने सिंहल में भी जानकारी साझा करते हुए कहा कि इस वीडियो में बताई गई घटना कैंडी के गलहा इलाके में हुई और इसमें शामिल व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है. हालांकि, न तो प्रमुख सिंहल मीडिया और न ही ईलम तमिल मीडिया ने इस बारे में कोई खबर प्रकाशित की है।
निष्कर्ष
अतः हमारी इस पड़ताल से यह स्पष्ट हो गया है की वायरल विडियो श्रीलंका का है और दो साल पुराना है. और इस घत्नता में किसी भी तरह का कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं. सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा पूरी तरह भ्रामक है.
Claimed By | Social Media Users |
Claimed Reviewed By | The Searchlight |
Claim Source | |
Claim Fact Check | False |