नई दिल्ली (द सर्चलाइट): सोशल मीडिया पर कई सालों से एक तस्वीर वायरल हो रही है और इस तस्वीर को शेयर करने के बाद लोग ये दावा करते हैं की लैला और मजनू की तस्वीर है. जी हाँ सातवीं शताब्दी के लैला मजनू की तस्वीर बताकर शेयर किया जाता रहा है. आज हम वायरल हो रही इस तस्वीर की सच्चाई बताएँगे.
तमाम सोशल मीडिया चाहें फेसबुक, ट्विटर या फिर चाहें इंस्टाग्राम पर चल रहे जनरल नॉलेज के पेजेज हों सभी लोग यह दावा करते हैं कि यह तस्वीर लैला और मजनू की है.
एबीपी न्यूज़ के एंकर अखिलेश आनंद ने यह तस्वीर अपने वेरिफाइड आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर साझा की और लिखा की दावा किया जा रहा है की यह तस्वीर लैला और मजनू की है.
एक और अन्य यूजर वेरिफाइड ‘Exsecular’ नामक यूजर ने भी यही दावा करते हुए तस्वीर साझा की. इनके आलावा और कई सारे सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं द्वारा साल हां साल यह तस्वीर लैला मजनू की बताकर जनता के बीच घूमती रही है.
न्यूज़ ट्रैक नामक वेबसाइट ने इस तस्वीर पर पूरा एक आर्टिकल लिख रखा है. वेबसाइट द्वारा लिखे गए आर्टिकल का टाइटल कुछ यूँ है ‘ये है लैला-मजनू की असली तस्वीर, प्यार के लिए ऐसे कुर्बान की थी जान’
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अन्य यूजर द्वारा साझा की गयी पोस्ट लिंक
फैक्ट चेक/वेरिफिकेशन
अब थोड़ा सा पीछे चलते हैं विकिपीडिया की मानें तो लैला और मजनू की कहानी सातवीं शताब्दी की है और जो तस्वीर लैला और मजनू की बताई जा रही है उसको ध्यान से देखा जाए तो वो काफी साफ है. जबकि कैमरा वाली फोटोग्राफी अठारहवीं शताब्दी में ईजाद हुयी.
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जब हमने दावे के मुताबिक लैला और मजनू की तस्वीर को अलग-अलग करके अपने कुछ टूल्स की मदद से रिवर्स सर्च किया तो हमको लाइब्रेरी ऑफ़ कांग्रेस नामक पर उसी औरत की तस्वीर मिली जिसका टाइटल था ‘तस्वीर जॉर्डन के केराक शहर की एक महिला को दिखाती है, जो शायद एक शेख की पत्नी थी। उसकी उच्च सामाजिक स्थिति उसके महंगे कपड़ों (जो संभवतः होम्स, सीरिया से आई थी) और उसके बालों की चोटी में परिलक्षित होती है। चोटी मुख्य रूप से जॉर्डन की जनजातियों की ईसाई महिलाओं द्वारा पहनी जाती थी। (स्रोत: शोधकर्ता जे सवाला, 2017’ अब यहाँ से साफ़ हो गया की वायरल हो रही लैला की तस्वीर असली नहीं हैं तस्वीर में दिख रही औरत सीरिया की रहने वाली थी.
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उसके बाद हमने तस्वीर में दिख रहे पुरुष की तस्वीर को रिवर्स सर्च किया तो हमको ‘qatarvisitor.blogspot.com नामक वेबसाइट मिली और इसी वेबसाइट पर साल 2007 का एक आर्टिकल मिला और उस आर्टिकल में हमको उस पुरुष की तस्वीर मिली. वेबसाइट के मुताबिक यह तस्वीर शेख फैसल नामक एक व्यक्ति की है जो की ग्रेट ग्रेट ग्रैंडसन थे Jassim bin Mohammed Al Thani के.
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अतः इससे यह निष्कर्ष निकलता है की वायरल हो रही तस्वीर लैला और मजनू की नहीं है यह पूरी तरह से फ़र्ज़ी है.
Claimed By | Social Media Users |
Claimed Reviewed By | The Searchlight |
Claim Source | Twitter, Facebook, Instagram, Youtube |
Claim Fact Check | False |